हिंदी कविता का अथेंटिक ठिकाना

शनिवार, 7 सितंबर 2013

दिल्ली मा है करेंट बाबू जी

बैठी है पार्लीमेंट बाबू जी.
दिल्ली मा है करेंट बाबू जी.

भूख मिटावै का कानून बनी,
अब चूल्हा पर रोटी दूनो जून(1) बनी.
रेडियो समाचार पर -
घोषणा हुई है अरजेंट बाबू जी.
दिल्ली मा है करेंट बाबू जी.

गेहूं टेलीफून से सस्ता होगा,
ललमन दिल्ली से कहता होगा.
सड़क किनारे बोर्ड लगा है -
भूख मिटाता एडवरटीज़मेंट बाबू जी.
दिल्ली मा है करेंट बाबू जी.

काली शूकर, कानी कुतिया,
भेड़ी-छगड़ी(2) सब रानी बिटिया.
एमपी घूम गए थे 15 अगस्त को -
दाना-पानी का कराएंगे पेमेंट बाबू जी.
दिल्ली मा है करेंट बाबू जी.

कुड़िया(3) पार के ठाकुर हंसते,
सतनरायन दूबे माला जपते.
सरकारी राशन का लाला बोला -
चुनावी है सब अंट-बंट-शंट बाबू जी.
दिल्ली मा है करेंट बाबू जी.
बैठी है पार्लीमेंट बाबू जी.
                                      (अभय श्रीवास्तव)


1. दोनों वक़्त
2. बकरी
3. एक नाले का नाम


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