दिल्ली में रहने वाले कवि कुमार मुकुल ने 2007 में मेरी एक कविता छापी थी. इसके बाद वो पटना के लेखक राजू रंजन प्रसाद समेत कई अन्य साहित्यप्रेमियों के ब्लॉग पर छपी. कविता तो मेरे लिए सुखद अनुभूति थी ही, उस कविता पर राजू रंजन प्रसाद की टिप्पणी बेहद अहम है. आप सबके लिए राजू रंजन प्रसाद के ब्लॉग का लिंक डाल रहा हूं.
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